जो तुम्हें जानता हो
किसी से भी बेहतर
आपके सबसे गहरे रहस्य,
ठहरी इच्छाएं,
लालसाएँ बेदाग,
दबे हुए डर
आपके विचार जाने जो
आपसे बेहतर
और आपकी योजनाएँ जो पढ़े
बिना एक शब्द कहे
आपकी भावनाओं को जो महसूस करे
ठीक आप ही की तरह
एकांत, एकमात्र जगह
जहां हो आपसे रूबरू
यह अजनबी
जिसका चेहरा तुम छीलते हो
दर्पण से बाहर
दुनिया में चलने के लिए
खुद बनकर
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